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- Ujjain Mahakal Lok Will Be A Wonderful Mixture Of Spirituality And Technology
- Posted On : 13 Oct 2022
- Category : Ujjain
बेहद खूबसूरत और भव्य है उज्जैन का महाकाल लोक, देखें ये तस्वीरें
उज्जैन का प्रसिद्ध महाकाल कॉरिडोर बनकर तैयार हो चुका है. महाकाल मंदिर कॉरिडोर के प्रथम चरण यानि श्री महाकाल लोक पहले फेज़ का उद्घाटन आज शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. मध्यप्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकाल परिसर का विस्तार 20 हेक्टेयर में किया जा रहा है. ये उत्तर प्रदेश के काशी विश्वनाथ कॉरिडोर से चार गुना बड़ा है जो पांच हेक्टेयर में फैला है. महाकाल लोक में आने वाले लोगों को यहां कला, तकनीक और अध्यात्म का अद्भुत मिश्रण देखने को मिलेगा.
महाकाल लोक में भगवान शिव और उनके पूरे परिवार की प्रतिमाओं को स्थापित किया गया है। यहां भगवान शिव की लीलाओं का वर्णन करती छोटी-बड़ी करीब 200 मूर्तियां लगाई गई हैं. भगवान शिव ने किस तरह राक्षस त्रिपुरासुर का वध किया था, इसका वर्णन यहां एक विशाल प्रतिमा के जरिए किया गया है.
महाकाल लोक में 108 विशाल स्तंभ बनाए गए हैं. इन पर महादेव, पार्वती समेत उनके पूरे परिवार के चित्र उकेरे गए हैं. ये चित्र देखने में बिलकुल मूर्तियों की तरह ही हैं जिनमें शिव, पार्वती, गणेश और कार्तिकेय की लीलाओं का वर्णन है.
महाकाल की ये नगरी अध्यात्म और आधुनिकता का मिश्रण होगी. यहां हर एक प्रतिमा के सामने एक बारकोड लगाया है जिसे स्कैन करते ही भगवान शिव की कहानी बता रही प्रतिमा की संपूर्ण जानकारी आपके मोबाइल स्क्रीन पर आ जाएगी. इसका मकसद नई पीढ़ी को प्राचीन इतिहास और कथाओं की जानकारी देना है.
महाकाल मंदिर के निर्माण का खर्च करीब 750 करोड़ रुपये बताया जा रहा है. इसके तहत पहले चरण में महाकाल पथ का काम पहले ही पूरा हो चुका है ताकि भक्त यहां के दर्शन कर सकें. यहां 108 स्तम्भों में शिव का आनंद तांडव, शिव स्तम्भ, भव्य प्रवेश द्वार पर विराजित नंदी की विशाल प्रतिमाएं मौजूद हैं.
महाकाल लोक में 108 स्तंभ बनाए गए हैं. 910 मीटर का ये पूरा महाकाल मंदिर इन स्तंभों पर टिका है. मंदिर के गलियारों के साथ ही इसके द्वारों को भी बेहद भव्य रूप दिया गया है.
मध्य प्रदेश की तीर्थ नगरी उज्जैन में हर साल लगभग एक करोड़ से अधिक श्रद्धालु आते हैं. वहीं, मंदिर के उद्घाटन के बाद श्रद्धालुओं की ये संख्या दोगुनी होने की उम्मीद है. महाकाल लोक बनने के बाद उज्जैन में पर्यटन भी तेज होगा.
Source : https://www.aajtak.in